व्रत में आलेखन का चित्र - माँ भद्रकाली मंदिर ईटखोरी चतरा.
व्रत में आलेखन का चित्र / मेरी रंडी माँ अपने यार के साथ भाग गई तो पापा की कामुकता से भरी तड़प मुझसे देखी नहीं गई, मैं भी कामुकता की आग में जल रही थी तो मैंने हम दोनों की चुदास का इलाज ढूँढा, मैंने अपने पापा से चुदवाने का फैसला किया.